सोमवार, 26 फ़रवरी 2024

एक दिन

 एक दिन तुम जो मिली थी हमे,

हकीकत में बदला था ख़्वाब मेरा...


पर कश्मकश अब भी है दिल में मेरे,


की सच हुआ था ख़्वाब मेरा... 

या अब भी ख़्वाब में ही हैं हम तेरे...?

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