भोर की किरणों सी...
सुबह की अँगड़ाई सी...
चंदा की चांदनी सी...
पायल की झंकार सी...
नन्हों की हंसी सी...
एक तुम (२) बस ऐसी सी...
फूलों में गुलाब सी...
धुप में छाव सी...
मौझो में रवानी सी...
मस्ती में शराब सी...
काम में योवन सी...
एक तुम (२) बस ऐसी सी...
रंगों में सतरंगी सी...
मंदिर में पूजाओं सी...
दरगाह में दुआओं सी...
गीतों में संगीत सी...
कविता में कल्पना सी...
एक तुम (२) बस ऐसी सी...
Vins :)
vinish babu...
जवाब देंहटाएंkamaal karte ho vinish babu(dabangg style)
awesomely written composition!
Vinish,
जवाब देंहटाएंGot to agree on what has been written above.... Kamaal karthe ho tussi!!!
Awesome!!!