"मेहर"
रविवार, 18 नवंबर 2012
मेहराब
ऐ 'मेहर' तेरे मेहराब (1) से हम यूँ महरूम रहे...
कदम बढते रहे और हम बे-निशां युहीं चलते रहे... !!!
मेहराब = a wall-sign in the mosque that point towards Kabba in Mecca.
1 टिप्पणी:
Fani Raj Mani CHANDAN
8 अक्टूबर 2016 को 12:54 am बजे
सुभान!!
इसे बे-निशाँ चलना नहीं, अपने निशाँ खुद बनाना कहेंगे... :)
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सुभान!!
जवाब देंहटाएंइसे बे-निशाँ चलना नहीं, अपने निशाँ खुद बनाना कहेंगे... :)