अभी .... कल रात ही तो मिले थे कुछ नए रिश्तों की आगाज़ हुई... तन्हाई की इस शाम में चाँद की बहार हुई.... कितना कुछ कहते कितना कुछ सुनते न जाने यह सुबह फिर कहाँ से हुई.....
क्या बात है .... बहुत खूब ....
(अगर इस तरह likhte तो खूबसूरती और badh जाती ....:)))
अभी ....
जवाब देंहटाएंकल रात ही तो मिले थे
कुछ नए रिश्तों की आगाज़ हुई...
तन्हाई की इस शाम में
चाँद की बहार हुई....
कितना कुछ कहते
कितना कुछ सुनते
न जाने यह सुबह
फिर कहाँ से हुई.....
क्या बात है ....
बहुत खूब ....
(अगर इस तरह likhte तो खूबसूरती और badh जाती ....:)))
Namaskar!!
जवाब देंहटाएंAapka blog bhi kabile tarif hai !!
बिहारी का चौपाल !! blog hamara hai aapki ek Nazar chahunga !!
www.ekbihari.co.cc
Dhanyabad !!
कितना कुछ कहते, कितना कुछ सुनते, मगर नजाने यह सुबह फिर कहाँ से हुई...
जवाब देंहटाएंWaah...